बच्चे को खाना कब खाना चाहिए या फिर अगर कोई काम करता है तो क्या उसे बार बार चॉकलेट देनी चाहिए क्या में अपने बच्चे को खिलाने वाली थी।

पेरेंट्स यदि आपको इन प्रश्नो से संबंधित कोई संशय है तो आप अकेले नहीं है यह सूचि और लम्बी भी हो सकती है तथा माता पिता के मन में बच्चो के परविरश से संबंधित कोई प्रश्न हो सकते है जो लोग पहले बार माता पिता बने है उनमे नकारात्मक चिंता उतपन्न हो सकती है यदि आप दूसरी माता भी पिता पिता बने है तो इस बार का कोई भरोसा नहीं है की आपकी दूसरी राइड बिना हिचकिचाए पूरी हो इन गलतियों के कारण आप कभी कभी आश्चर्यचकित भी हो जाते हैं कि "क्या आप अकेले ही ऐसे हैं जो बच्चों की देखभाल की ऐबीसीडी भी नहीं जानते हैं।

हाल ही में एक सर्वे के अनुसार माता पिता एक साल में लघभग 221 गलतिया करते है बच्चो को संभालते समय पेरेंट्स कई गलतिया करते है वास्तब में आंकड़ों से पता चलता है की जब तक आपका बच्चा एक पूर्ण परिपक्व वयस्क नहीं बन जाता है तब तक एक सामान्य माता -पिता 3978 गलतियां करते हैं सर्वेक्षण 23 से 36 उम्र के अमेरिकी माता -पिता पर पेरेंटिंग कारको का अरवेक्षण किया गया और इस पर उनके ज्ञान का आंकलन किया गया सबसे आम गलतियों में स्क्रीन पर बहुत अधिक समय बिताना ,बच्चो के सामने अपवित्र शब्दों का इस्तेमाल करना या अपने पास उपलब्ध सामग्री समय दर समय नियमित न करना शमिल थी।

इस रिपोर्ट से यह भी चलता है की दो वर्ष की उम्र अब लम्बी और डरावनी रही अधिकांश माता पिता ने बताया की बच्चो को संभालना कठिन होता है जन उनकी उम्र ६ से ७ साल वर्ष की होती है कई लोगो ने बताया था की 6-7 वर्ष के आयु समूह के उनके बच्चों का व्यवहार अधिक चिंता का विषय था वास्तव में कुछ माता पिता बहुत से बलिदान करने के लिए भी तैयार थे ताकि उनके बच्चे अच्छा व्यवहार करें और दयालु बनें।

जब गलतियों को कवर करने और सलाह लेने के बात आती है तब माता पिता द्वारा अपनाये जाने वाले तरीको में भी बहुत अंतर् देखने को मिलता है जहा 42 परसेंट अपने साथी को बताने में आसानी महसूस करते है 41% बताते हैं कि वे अपने माता पिता से बात करते हैं, 31% कहते हैं कि वे अपने हमउम्र माता पिता पर निर्भर रहते हैं परन्तु आश्चर्यजनक रूप से उन सभी ने कहा कि समय समय पर इंटरनेट उन्हें उपयोगी पेरेंटिंग हैक्स और टिप्स सिखाने में सहायक होता है।

मां को शर्मिंदा महसूस करने की आवश्यकता नहीं यह अध्ययन एक महत्वपूर्ण बात पर भी प्रकाश डालता है गलती होने पर पिता की तुलना में मताये स्वयं को अधिक दोषी और जिम्मेदारी मानती है तथा उन्हें लगता है की लोग उन्हें गलत समझेंगे और उन्हें शर्मिंदा रहने पड़ेंगे नींद की कमी एक अन्य चीज है जिसके बारे में माता -पिता को शर्मिंदा महसूस करने की आवश्यकता नहीं है।

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