ये है चक्रवर्ती सम्राट अशोक के अनकहे राज ,जिनके बारे में दुनिया को है कम ही पता

सम्राट अशोक इतिहास के चक्रवर्ती सम्राट रहे है अखंड भारत की स्थापना करने वाले प्रथम सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य के पौत्र और सम्राट बिन्दुसार के दूसरे पुत्र मौर्य वंश के आखिरी शासक  हुए। 


इतिहास को अगर उठा के देखा जाये तो गुप्त वंश या मौर्यवंश को भारत का सबसे बड़ा राज्य माना जाता है जब अशोक ने राज्य संभाला था तब भारत दुनिया का सबसे समृद्ध देश हुआ करता था सम्राट बिन्दुसार और रानी सुभ्द्रांगी के पुत्र को सम्राट बनने के लिए अपने भाइयो से ही युद्ध करने पड़े थे। 


लेकिन सम्राट अशोक ने ही भारत को विश्वशक्ति के रूप में प्रस्तुत किया था सम्राट अशोक को देवनाप्रिय  कहा जाता था “देवनाप्रिय” इस शब्द का सही अर्थ देवों का अप्रिय होने वाला होता हैं सम्राट अशोक को भारत के इतिहास का सबसे हिंसक राजा माना जाता है लेकिन कलिंग में हुए युद्ध के बाद अशोक ने  अहिंसा की ओर कदम बढ़ा कर बौद्ध धर्म के अनुयायी बन गए थे। 


अशोक ने जहा जहा अपना राज्य स्थापित किया वहाँ वहाँ अशोक स्तम्भ स्थापित किये थे  उनके हजारों स्तंभों को मध्यकाल के मुस्लिमों ने ध्वस्त कर दिया अशोक के समय मौर्य राज्य उत्तर में हिन्दुकुश की श्रेणियों से लेकर दक्षिण में गोदावरी नदी के दक्षिण तथा मैसूर, कर्नाटक तक तथा पूर्व में बंगाल से पश्चिम में अफगानिस्तान तक पहुंच गया था। 


सम्राट अशोक द्वारा बनाये गए नौ रत्नों का यह समूह पूरी दुनिया में सबसे शक्तिशाली समूह था इसमें उपस्थित नो व्यक्ति के आगे दुनिया का कोई भी व्यक्ति या देश नहीं टिक पाता था सम्राट अशोक की मृत्यु कैसे हुयी ये अभी तक रहस्य बना हुआ है कई इतिहासकार कहते है की सम्राट अशोक की मृत्यु तक्षशिला में हुयी वही कुछ का कहना है की सम्राट ने पाटलिपुत्र में अपनी अंतिम साँस ली। 


 अर्थशास्त्री कहते हैं कि सम्राट अशोक के शासन के दौरान भारत की अर्थ व्यवस्था इतनी सुदृढ़ थी कि भारतीय अर्थव्यवस्था पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था में 35% की भागीदारी रखती थी लेकिन सम्राट अशोक की मृत्यु के बाद भारत का पतन शुरू हुआ और मुग़ल एवं अग्रेज़ों के समय तक 1947 में मात्र 4% तक रह गयी इतिहास के अनुसार सम्राट अशोक का शाशन काल 40 साल तक था इस हिसाब से वो काफी कम उम्र में राजा बने थे। 


हालाँकि सम्राट अशोक के दादा सम्राट चन्द्रगुप्त मोर्य भी बहुत कम उम्र में राजा बन गए थे लेकिन अखंड भारत का सम्राट बनने में उन्हें कुछ समय लगा था । वही अशोक जब सम्राट बने तब वह युवक ही थे इसलिए वह सबसे युवा सम्राट कह लायें इतिहास में ऐसे कई रहस्य है जो भारत में बाहर से आये आक्रान्ताओं ने बदल दिए 
लेकिन यह ज़रूर कहा जा सकता हैं कि भारत का वह दौर स्वर्णिम दौर था मौर्यवंश और सम्राट अशोक का दौर ही ऐसा दौर था जब भारत सचमुच में “सोने की चिड़िया” कहलाया था। 


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