कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से आगे बढ़ रहा है जिसमें कोरोना संख्या 17 लाख के पार पहुंची गई है।
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के शुरुआती दिनों में विशेषज्ञों ने बताया था कि जिन घरों में वेंटिलेशन की पूरी व्यवस्था नहीं है वहां पर कोरोना का संक्रमण खतरा अधिक है इस बारे में अमेरिका की मिनेसोटा यूनिवर्सिटी ने भी एक रिपोर्ट पेश की है इस रिपोर्ट के मुताबिक छोटे और बंद स्थान पर कोरोना ना केवल हवा में अधिक समय तक रहता है बल्कि इसके ड्रॉपलेट्स अलग-अलग जगहों पर चिपकते भी हैं आज के समय में घर काफी छोटे होने लगे हैं।
ऐसा पहले भी शोध में पाया गया है कि छोटे घरों में रहना सेहत के लिहाज से अच्छा नहीं होता है कोरोना महामारी के इस दौर में छोटे घरों में रहने वाले लोगों के लिए खतरा और बढ़ गया है शोध में पाया गया है कि बड़े और हवादारघरों में रहने वाले लोगों में कोरोना का खतरा बंद बंद घरो में रहने वाले लोगों से काफी कम है पिछले कुछ महीनों में कोरोना वायरस को लेकर अलग-अलग संस्थाओं की गई रिपोर्ट सामने आ चुकी है।
कोरोना वायरस को लेकर पूरी दुनिया के वैज्ञानिकों में अलग-अलग रहा है कोरोना पर शुरुआती रिपोर्ट में कहा गया था कि यह 3 फीट की दूरी तक फैल सकता है इसके बाद कहा गया कि यह 6 से 8 फुट की दूरी तक फैल सकता है अब कहा जा रहा है कि कोरोना का असर 13 फुट की दूरी तक हो सकता है विशेषज्ञों का कहना है कि छोटे घरों के अंदर हवा घूमती रहती है जबकि बड़े घरों में हवा का प्रभाव बना रहता है।
इसके साथ ही बंद घरो में सूरज की रोशनी नहीं पहुंच पाती जिसके कारण भी वायरस को बढ़ने का सुरक्षित स्थान मिल जाता है हवादार घरों में कोरोना वायरस ज्यादा देर तक नहीं रुकता और हवा के बहाव के साथ घर से बाहर निकल जाता है।
इस खबर से सबंधित सवालों के लिए कमेंट करके बताये और ऐसी खबरे पढ़ने के लिए हमें फॉलो करना ना भूलें - धन्यवाद
from Bollywood Remind | bollywood breaking news in hindi ,social trade news , bollywood news ,bollywood https://ift.tt/3flIeC2
0 comments: