इस नंबर से था अटल जी का गजब का कनेक्शन,अंत तक लड़ते रहे इस अशुभ आंकड़े से.....

देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजेपयी अब हमारे बीच नहीं रहे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी आज पंचतत्व में विलीन हो जाएंगे। 


वावाजपेयी के साथ एक अंक हमेशा जुड़ा रहा कुछ लोग इसे अशुभ कहते हैं, लेकिन वाजपेयी कभी शुभ-अशुभ के खेल में नहीं पड़े और 13 के अंक से उनका 36 का आंकड़ा बाकायदा जारी रहा। 


अटल बिहारी वाजपेयी की राजनीति में 13 का आंकड़ा अटल बिहारी वाजपेयी ने 13 मई 1996 में पहली बार प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली वाजपेयी सरकार बहुमत साबित नहीं कर सकी और ठीक 13 दिन बाद ही गिर गई। 


वाजपेयी जब दोबारा प्रधानमंत्री बने तो 13 महीने बाद उनकी सरकार गिर गई अटल बिहारी तीसरी बार जब प्रधानमंत्री बने तब उन्‍होंने 13 दलों के साथ सरकार बनाई और 13 अक्टूबर 1999 को प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। 


 2004 में 13 अप्रैल को भरा नामांकन, काउंटिंग भी 13 को ही हुई अटल बिहारी वाजपेयी की सियासत में 13 के खेल से उनके करीबी अंजान नहीं थे तीसरी बार 13 अक्‍टूबर 1999 को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद उनकी सरकार पूरे पांच साल चली। 


इसके बाद भी कई करीबियों ने उनसे कहा कि 13 नंबर आपके लिए अशुभ है, लेकिन वाजपेयी कहां मानने वाले थे।2004 के चुनाव में 13 अप्रैल को ही उन्‍होंने नामांकन दाखिल किया। 


13 मई को हुई मतगणना में बीजेपी को सत्ता गंवानी पड़ी थी।इसके बाद भी 13 अंक के साथ वाजपेयी की जद्दोजहद जारी रही 2004 में वह 13 अंक से हार गए, लेकिन वे कभी 13 के अशुभ अंक से डरे नहीं। अंत तक लड़ते ही रहे।



from Bollywood Remind | bollywood breaking news in hindi ,social trade news , bollywood news ,bollywood https://ift.tt/2L2Jue9

Related Posts:

0 comments: