कई लड़कियाँ पुरूषो से दूर रहने के लिए कभी शायद नहीं करती या उम्र भर सिंगल है उनके मन में मर्दो के लिए किसी चीज का कोई डर समाया हुआ होता है।
मर्दो के लिए मन में बैठे इस डर को 'एंड्रोफोबिया 'कहते है अगर आपको भी किसी भी आदमी के साथ असहज महसूस होता है तो आप भी इस बीमरी से पीडित है ये डर कई प्रकार का होता है जैसे कुछ महिलाओ को पुरषो के पास जाने से इसलिए डर लगता है की वो उनको कोई नुकशान पहुंचा देगा वही कुछ महिलाओ को इमोशनली टूटने का डर लगता है।
कुछ मामलो मेंये डर बचपन से सही पनपना शुरू हो जाता है इस डर से ग्रस्त महिलाओ को पुरुष खतरनाक लगते है और वो मन में ये बात बैठा लेती है की उनके पास जाने से उन्हें वो नुकशान पहुंचा सकता है परिवार का साथ इस फोबिया से पीडित लड़कियों को अपने परिवार के पुरुष सदस्यों जैसे पिता, भाई और कजिंस से डर नहीं लगता है लेकिन उन्हें परिवार से बाहर के किसी भी पुरुष से खतरा महसूस होता है।
जिन महिलाओ के साथ बचपन में कुछ गलत हुआ हो उनके मन मेये बात बेथ जाती है पुरुष खराब होते है और उन्हें नुकशान पहुंचा सकते है किसी का पिता अगर अधिक गुस्से वाला है तो किसी भी लड़की के मन ये फोबिया बैठ जाता है इस डर के पीछे अनुवांशिक कारन बी हो सकते है जिनकी माँ को ये फोबिया है वो उनके बेटी में भी आ सकता हैं।
अगर इस फोबिया का सही इलाज ना किया जाए तो ये डिप्रेशन या अकेलेपन का रूप भी ले सकता है ऐसे में आपको ज्यादा से ज्यादा अपने दोस्तों और परिवार के लोगों के बीच रहना चाहिए प्रोफेशनल हैल्प भी इस मुसीबत से आपको बचा सकती हैऔर आपको बात दे की दुनिया में हर इंसान एक जैसा नहीं होता इसलिए हमेशा सिनेगल रहने की गलती न करे।
इस खबर से सबंधित सवालों के लिए कमेंट करके बताये और ऐसी खबरे पढ़ने के लिए हमें फॉलो करना ना भूलें - धन्यवाद
from Bollywood Remind | bollywood breaking news in hindi ,social trade news , bollywood news ,bollywood http://bit.ly/2VCGyeg
0 comments: