सफल होने के लिए कई लोग बड़े सपने देखते हैं लेकिन सपने उन्ही के पूरे होते हैं जो मेहनत करते है ऐसा ही कर दिखाया राजस्थान के झुंझुनू के रहने वाले सुभाष कुमावत के बेटों ने।
सुभाष कुमावत के लिए शुक्रवार का दिन जीवन का सबसे यादगार दिन बन गया क्योंकि 5 अप्रैल को यूपीएससी द्वारा जारी सिविल सेवा की परीक्षा में उनके दोनों बेटों पंकज और अमित का सिलेक्शन हुआ
पंकज की जहां 443 वी रैंक है अमित की 600 वी रैंक है जहाँ सुभाष कुमावत पैसे से टेलर है पत्नी राजेश्वरी देवी तुरपाई करती है।
पंकज और अमित नेआईआईटी दिल्ली से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है दोनों भाई का सपना सिविल सेवा में ही आने का था सपने को पूरा करने के लिए उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती पैसों की थी
इसके लिए उनकी मां ने रात भर जाकर तुरपाई कि उनके पिता रात भर जागकर सिलाई का काम करने लगे।
न्यूज़ चैनल के इंटरव्यू ने कहा कि पंकज और अमित ने कहा कि हम दोनों ही भाइयों के लिए पढ़ना आसान थालेकिन हमारी पिता के लिए पढ़ाना काफी मुश्किल था।
मेरे पिता कहते थे कि तुम लोगों को पढ़कर बड़ा आदमी बनना है सिविल सेवा का सपना हमारे माता-पिता का था हमने केवल उसे पूरा किया है।
हमारे माता-पिता के लिएपढ़ाना कितना मुश्किल था वह हमारी फीस बुक और दूसरी चीजों का इंतजाम कैसे करते थे।
इस खबर से सबंधित सवालों के लिए कमेंट करके बताये और ऐसी खबरे पढ़ने के लिए हमें फॉलो करना ना भूलें - धन्यवाद
from Bollywood Remind | bollywood breaking news in hindi ,social trade news , bollywood news ,bollywood http://bit.ly/2WSolJW
0 comments: