चीन के इस नियम ने कपल्स के बीच बढ़ाया प्यार ,आयी तलाक के मामलो में 72 परसेंट तक कमी

अक्सर बोला जाता है कि फैसले हमेशा होश में लेने चाहिए जो जोश नहीं यह उस मामले में और भी अधिक अहम हो जाते हैं जहां हम अपने का चाहने वालों या पार्टनर से छोटी-छोटी बातों पर लड़ लेते हैं और फिर उनकी राहें अलग हो जाती है। 



ऐसे में ज्यादातर  एक्सपर्ट्स कहते हैं कि बजाय तत्कालिक निर्णय के कुछ समय साथ बिताये और खुद को व रिश्तो को समय दें समय के साथ सारे घाव भर जाएंगे और चीजें एक बार पहले जैसी हो जाएगी तब इसी बात की तस्दीक चीन के नागरिक मामले ने मंत्रालय ने आंकड़े जारी कर दी है।
 

साथ ही उनका दावा है कि 'कुल ऑफ नियम' के कारण ऐसा हो सका है दरअसल चीन में एक जनवरी 2021 से सिविल कोड लागू किया गया जिसे मई में संसद से मंजूरी मिल गई थी इस कानून को चीन में तलाक के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए जोड़ा गया है इसके तहत पति पत्नी को तलाक की अर्जी देने के 1 महीने बाद तक स्कूल ऑफ अवधि बितानी होगी। 



अगर इस दौरान दोनों में से भी किसी का मन बदलता है तो आप अपनी अर्जी वापस ले सकते हैं आपको बता देंगे ऐसा अकेला देश नहीं है जहां 'कूल ऑफ' नियम  लागू हुई है फ्रांस और ब्रिटेन में भी कूलऑफ़  नियम लागू है 2018 में चीन की घरेलू मामले से जुड़ी एक रिपोर्ट के अनुसार 66 परसेंट तलाक से जुड़े मामले पहले सुनवाई के दिन ही खारिज हो जाते हैं। 



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