महाराणा प्रताप जयंती पर जाने उनके जीवन और बहादुरी से भरे ये किस्से ,जिसे सुनकर आ जाएगी आपकी आँखों में चमक

आज राजस्थान के वीर सपूत महान योद्धा और अद्भुत शौर्य और साहस के प्रतीक महाराणा प्रताप की जयंती है। 

महाराणा प्रताप | महाराणा प्रताप ...

अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई 1540 को कुंभलगढ़ दुर्ग में हुआ था लेकिन राजस्थान में राजपूत समाज का एक बड़ा तबका उनका जन्मदिन हिंदू तिथि के हिसाब से मनाता है क्योंकि 1540 में   9 मई को जेष्ठ शुक्ल की तृतीया तिथि थी इसलिए इस हिसाब से इस साल उनकी जयंती 25 मई को भी मनाई जाएगी। 

maharana pratap life and achievements | बाज बहादुर को ...

आज महाराणा प्रताप के बारे में कुछ खास बातें बताते हैं। 

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1  महाराणा प्रताप का जन्म महाराजा उदय सिंह एवं माता रानी जीवंत कवर के घर में हुआ था उन्हें बचपन से  कीका   नाम से भी जाना जाता था उन्हें यह नाम भीलो से मिला था जिनकी संगत में उन्होंने शुरुआती दिन बिताए थे  भीलो में बोली में कीका का अर्थ होता है बेटा। 

Maharana Pratap Jayanti 2018: महाराणा प्रताप ...

  2 महाराणा प्रताप के पास चेतक नाम का एक घोड़ा था जो उन्हें काफी प्रिय था प्रताप की वीरता की कहानियों में चेतक का अपना स्थान है उसकी  फुर्ती , रफ्तार और बहादुरी  कई  लड़ाइयां जीतने में अहम भूमिका रही है। 

Maharana Pratap trained by his mother Jayvanta Bai and became ...

  3 महाराणा प्रताप मुगलों से कई लड़ाइयां लड़ी लेकिन सबसे ऐतिहासिक लड़ाई हल्दीघाटी का युद्ध जिसमें उनको मान सिंह के नेतृत्व वाली सेना का आमना-सामना हुआ1576 में हुए इस जबरदस्त युद्ध में करीब 20 हजार सैनिकों के साथ महाराणा प्रताप ने 80 हजार मुगल सैनिकों का सामना किया इतिहास का सबसे चर्चित है इसमें प्रताप का घोड़ा चेतक जख्मी हो गया था इस युद्ध के बाद मेवाड़ ,चित्तौड़गढ़, कुंभलगढ़, उदयपुर पर मुगलों का कब्जा हो गया अधिकांश राजपूत राजा मुगलों के अधीन हो गए  लेकिन महाराणा ने कभी भी स्वाभिमान को नहीं छोड़ा उन्होंने मुगल सम्राट अकबर की अधीनता स्वीकार नहीं की और कई सालों तक संघर्ष किया। 

Twitterati celebrates Maharana Pratap Jayanti to honour the great ...

  4 1582 में दिवेर के युद्ध में राणा प्रताप ने उन क्षेत्रों पर कब्जा जमा लिया जो कभी मुगलों के हाथों गंवा दिए गए थे कर्नल जेम्स टॉड ने मुगलों के साथ युद्ध को मेवाड़ का मैराथन कहा था  1585  तक लंबे संघर्ष के बाद  महाराणा  मेवाड़ को मुक्त कराने में सफल रहे महाराणा प्रताप जब गद्दी पर बैठे थे उस समय जितनी भूमि पर उनका अधिकार था पूर्ण रूप से उतनी भूमि अब उनके अधीन थी। 

महाराणा प्रताप जयंती: पहली पत्नी थी ...
5  1596 शिकार खेलते समय उन्हें चोट लगी जिससे वह कभी उबर नहीं पाए 19 जनवरी को सिर्फ 57 वर्ष की आयु में उनका देहांत हो गया। 

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