गरीब किसानों की सफलता से जुड़ी कई कहानियां आपको सबक देती है कि अगर आप कुछ करना चाहते हैं तो कुछ भी असंभव नहीं है।

कोरोना काल में लोगों की रोजी-रोटी का संकट हो गया लेकिन झारखंड और छत्तीसगढ़ के रहने वाले ने किसानों ने आपदा में भी मुनाफा कमाने का आसान रास्ता निकाला दोनों जगहों के किसान खेत में लेमन ग्रास सुखाकर उसका हल निकाल कर उसे बेचकर मुनाफा कमा रहे हैं आपको बता दें की लेमनग्रास सेनीटाइजर बनता है ₹10000 प्रति लीटर तक बाजार में बिकता है।

पहला मामला झारखंड के खूंटी जिले के नक्सल प्रभावित मुरहू ब्लॉक के एक छोटे गांव कोजगोड़ से जुड़ा हुआ है यहां तो किसान भाई चाडा और सनिका पाहन रहते हैं इनके पास करीब साढे 3 एकड़ जमीन है लेकिन यह जमीन पथरीली और बंजर है इस पर उन्होंने लेमनग्रास गई और अब देसी जुगाड़ से उसका आयल निकालकर बेच रहे हैं अनुमानित है यह साल भर में ₹300000 तक का आयल बेच देते हैं चाड़ा और सनिका के पास लेमनग्रास ऑयल निकालने के लिए कोई आधुनिक टेक्नोलॉजी जीवन टेक्नोलॉजी वाली मशीन नहीं है

यह देसी तरीके से आयल निकालते हैं इससे इनका प्रोडक्शन बढ़ गया गया है और दूसरे लोग भी इस तरकीब को आजमाने में लगे हुए हैं माना जा रहा है कि दोनों भाई 20 लेमनग्रास पोधो से करीब 500ml लेमन ऑयल निकाल लेते हैं किसान मानते हैं कि इससे काफी फायदा हो रहा है।

दूसरा मामला छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में भैरमगढ़ ब्लॉक के गांव गुदमा से जुड़ा हुआ है यहां के किसान भवानी पाल शाह ने लेमनग्रास ऑयल निकालने देसी जुगाड़ से मशीन तैयार की है वे रायपुर कृषि विज्ञान केंद्र से सलाह लेकर काम कर रहे हैं इसमें उन्होंने कुकर का यूज किया है आपको बता दें कि लेमनग्रास एक औषधीय पौधा है इससे निकलने वाला से मेडिसिन के अलावा कॉस्मेटिक और डिटर्जेंट बनता है इन दिनों सैनिटाइजर बनाने में काम आ रहा है।

इस खबर से सबंधित सवालों के लिए कमेंट करके बताये और ऐसी खबरे पढ़ने के लिए हमें फॉलो करना ना भूलें - धन्यवाद
from Bollywood Remind | bollywood breaking news in hindi ,social trade news , bollywood news ,bollywood https://ift.tt/2Y6GOFL
0 comments: