यहां जाने क्यों ,केरल में कम और महारात्ष्ट्र में बढ़ते गए कोरोना के मामले

भारत में कोरोना का पहला मामला केरल से आने के बाद यहां पिछले कुछ दिनों में कोरोना पॉजिटिव मामलों की संख्या में कमी आ गई। 


यहां सिर्फ सिंगल डिजिट में ही कोरोना के मरीज मिल रहे हैं जिनके भी टेस्ट किए जा रहे हैं उनमें से ज्यादातर नेगेटिव ही आ रहे हैं इस राज्य ने शुरुआती जांच पर तुरंत परीक्षण और कांटेक्ट की ट्रेसिंग को सख्ती से फॉलो किया और डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइन के अनुसार क्वारंटाइन की अवधि दोगुनी करके 28 दिन की कि। 


इसका नतीजा यह कि कोरोना की केरल में कोरोना मामले को रोकने में सफल हो रहा है वहीं दूसरी और महाराष्ट्र में मामलों की तेजी से लगातार बढ़ना  चिंता का विषय हो रहा है हम आपको बताते हैं कि केरल में कम और महाराष्ट्र में कोरोना के मामले दोगुने कैसे हो रहे हैं। 


केरल में हर नर्स एक हफ्ते में दो सौ ऐसे लोगों के घर पहुंचती थी जहां क्वॉरेंटाइन किए गए थे 30,000 हेल्थ वर्कर इस काम में लगे हुए थे लोगों तक खाना पहुंचाने के लिए 1251 समुदायक   किचन काम कर रहे हैं और राज्य के सभी जिलों में मामलों पर नजर रखने के लिए 24 * 7 कंट्रोल रूम पहले ही बना दिए गए थे और लोगों को सख्त जारी निर्देश जारी किए गए थे। 


वही महाराष्ट्र में बढ़ते मामलों को लेकर पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया के डॉक्टर गिरधर आर बाबू कहते हैं कि हो सकता है कि गंभीर मामलों में देरी से और कारगर इलाज ना दिया गया हो ,मरीजों की पहचान में देरी हुई हो और ₹1 क्लीनिक शुरू करने वाले डॉक्टर राहुल घुले ने कहा  हमारा स्टाफ घर-घर जाकर एक हफ्ते में 10 लाख लोगों को स्क्रीनिंग करना चाहता था लेकिन ना जाने यह प्रोजेक्ट आगे नहीं बढ़ सका और एक स्क्रीन में ₹5 का खर्च आता है। 


इस खबर से सबंधित सवालों के लिए कमेंट करके बताये और ऐसी खबरे पढ़ने के लिए हमें फॉलो करना ना भूलें - धन्यवाद



from Bollywood Remind | bollywood breaking news in hindi ,social trade news , bollywood news ,bollywood https://ift.tt/31lPA4d

Related Posts:

0 comments: