गुलाब नबी आजाद अब सदन से लगभग रिटायर होने वाले हैं आजाद जम्मू और कश्मीर राज्य सभा से आते हैं।
लेकिन फिलहाल राज्य में कोई विधानसभा हो ना होने की वजह से उन्हें कोई राज्यसभा सदस्य नहीं चुना जा सकता लेकिन अब इस बात की संभावना कम है कि आजाद फिर से राज्यसभा में नहीं लौट पाएंगे हालांकि मंगलवार को उच्च सदन में कई नेताओं ने यह भी कहा कि अभी आजाद फिर से लौट सकते हैं इसी बीच नरेंद्र मोदी ने जिस कदर गुलाब नबी आजाद की प्रशंसा की और भावुक हो गए ऐसे में कांग्रेस के कई नेताओं को उनकी तारीफ बुरी लगी।
सवाल के जवाब में आजाद ने कहा कि मैं चाहता हूं कि पीएम उन लोगों की तारीफ करें जो कांग्रेस बच्चों का दल नहीं है ,जहां कोई मेरी तारीफ करें खासतौर से पीएम तो वह बुरा मान जाए और यही तो गौरव की बात है उनकी पार्टी के सदस्य की कोई प्रशंसा कर रहा है उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की बिल्कुल उम्मीद नहीं थी कि प्रधानमंत्री इतना भावुक हो जाएंगे इसी बातचीत के दौरान 41 साल पुराना वाकया याद करते हुए कहा कि अटल बिहारी वाजपेई ने संजय गांधी के बारे में 1980 में बहुत ज्यादा बड़ाई की थी।
उन्होंने 1980 में संसद की कार्यवाही का जिक्र करते हुए कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा हो रही थी तब संजय गांधी ने अटल बिहारी वाजपेई की काफी आलोचना की अभिभाषण पर आखरी भाषण इंदिरा गांधी का था उससे पहले अटल जी का था आजाद के मुताबिक संजय सदन में केवल दो-तीन मिनट ही बोलते थे लेकिन उस दिन 15 मिनट तक बोले और जब मैंने उनका कुर्ता खींचकर कहा कि जब अटल बोलेंगे तो वह धज्जियां उड़ा देंगे।
लेकिन जब अटल जी बोलने लगे तो पूरा सदन दंग रह गया उन्होंने अपने भाषण में संजय गांधी की तारीफ से शुरुआत की उन्होंने कहा कि अटल जी ने इंदिरा गांधी से मुखातिब होते हुए कहा कि पिछले चुनाव में हमने संजय गांधी को मुद्दा बनाया था लेकिन उस वक्त संजय नेता नहीं थी आज अगर आप प्रधानमंत्री हैं तो यह संजय गांधी और उनके कार्यकर्ताओं की वजह से ही हैं।
गुलाब नबी आजाद ने कहा कि अटल जी ने सदन में कहा था कि संजय ने गलियों में हमसे लड़ाइयां लड़ी ,लाठियां खाई आप के वरिष्ठ नेता भाग गए लेकिन यह और इसके लोग डटे रहे और इसी वजह से आप पीएम है आज संजय लीटर है तो मैं इसके खिलाफ कुछ नहीं कहूंगा।
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