रिसर्च :इन मशीनों से 5 मिनट में डॉक्टर को पता चल जाये मरीज के फेफड़ो और दिल की हालत ,एप से पता चल जायेगा हाल

कोरोना वायरस की चुनौती से निबटने के लिए पूरी दुनिया के मेडिकल साइंटिस्ट व टेक्निकल एक्सपर्ट से भरपूर कोशिश कर रहे हैं। 

The condition of the heart and lungs of the patient will be ...

देश में मानव संसाधन विकास मंत्रालय की और अखिल भारतीय शैक्षिक अनुसंधान परिषद द्वारा कोरोना पर कराए गए आइडियाथॉन में कई इनोवेशन सामने आए हैं यह सभी साधन इजी टू यूज टू मूव है मुंबई के एक स्टार्ट अपने दिल की धड़कन और  लंग्स  में मौजूद  फ़्लुइट  जांचने वाले डिवाइस बनाई है जो कोरोना के लक्षण को नब्बे परसेंट तक सही जानकारी सिर्फ 5 मिनट में दे सकती है। 

Lung Biopsy | Johns Hopkins Medicine

वहीं सेना के लिए रोबोट बनाने वाले पुणे के  स्टार्टअप  की तरह ऑक्सीजन देने वाली इजी टू मूव डिवाइस  बनाई है जिसको अंबु एयर नाम दिया गया है एमएचआरडी के इनोवेशन सेल डायरेक्टर रोहित गंभीर ने बताया कि आइडिया फोन में आए इन्नोवेशन के बारे में डीएसटी और टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट बोर्ड से जानकारी साझा की गई है। 

Gsmonly4u - 5 मिनट में पता लग जाएगी मरीज के ...

उन्होंने इस पर काम भी शुरू कर दिया है मुंबई स्थित अभया  इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी एलएलपी स्टार्टअप के सीईओ तरक्की एस नागराज ने बताया कि हमने हार्टबीट और लंच में फ्लोर टेस्ट के लिए खास डिवाइड बनाया है इसमें छोटा सा उपकरण छाती पर लगाया जाता है इसका नाम हार्टबीट है जो धड़कनों की गणना और लंच में मौजूद फ्लोएड का आकलन करता है इसका डाटा मोबाइल ऐप के माध्यम से मिलता है। 

Coronavirus | 5 मिनट में पता लग जाएगी मरीज ...

यह एक मरीज और डॉक्टर दोनों के पास होता है जो छाती पर लगी डिवाइस ब्लूटूथ के माध्यम से कहीं भी बैठे डॉक्टर को मिल जाएगा जो हृदय  और  लंग्स में होने वाली किसी भी खराबी के बारे में खुद ही डॉक्टर को सूचित कर देगा। 

Coronavirus | 5 मिनट में पता लग जाएगी मरीज ...

सेना के लिए रोबोट तैयार करने वाले स्टार स्टार्टअप कॉम्बैट रोबोटिक्स इंडिया ने  वेंटिलेटर  जैसी डिवाइस तैयार की है पुणे स्थित इस कंपनी के सीईओ गणेश पंडित सूर्यवंशी ने बताया कि हमने ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में उपयोग होने वाले पार्ट्स की मदद से वेंटिलेटर की तरह काम करने वाला एयर बनाया है यह बिजली और बैटरी दोनों से चलता है। 


Can vaping damage your lungs? What we do (and don't) know ...

कोरोना प्रभावित मरीज को सांस लेने में मुश्किल होने पर शरीर की ऑक्सीजन की कमी हो जाती है ऐसे में मरीज को रखने पर उसे ऑक्सीजन की आपूर्ति शुरू हो जाती है यह डिवाइस वेंटिलेटर  की तुलना में छोटी और हल्की होने इजी टू मूव है गणेश ने बताया यदि हमें प्रशासन और सरकार के मैन्युफैक्चरिंग के मामले में सपोर्ट मिले तो हंड्रेड एंबू प्रतिदिन तैयार हो सकते हैं। 

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